मेरठ। भाजपा नेता अंकुर गोयल व पूर्व पार्षद अंशुल गोयल ने पांच अप्रैल को महिला थाना घटित घटना को लेकर अपने बयान जांच अधिकारी सीओ ट्रैफिक व महिला सीओ को दर्ज करा दिए हैं। उन्होंने बताया कि एसके रोड निवासी प्रिया ने उन्हें बताया कि छेडखानी का आरोपी जेल जिस पर 376 की गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखा गया था, वह जेल से बाहर आने के बाद उसको धमका रहा था। प्रिया ने पुलिस द्वारा सुनवाई ना किए जाने की बात कही थी। उसकी बात पुलिस के समक्ष रखने के लिए भाजपा नेता अंकुर गोयल, पूर्व पार्षद अंशुल गुप्ता, संजय अग्रवाल, सुबोध गुप्ता व अक्षय गोयल महिला थाना पहुंचे थे। काफी देर इंतजार कराने के बाद महिला थाना प्रभारी ने अपने कक्ष में बुलाया जब वहां पर अपना परिचय महिला थाना प्रभारी सीता को दिया। लेकिन वह भाजपाइयों पर बुरी तरह से भड़क गई। अपशब्द कहें इतना ही नहीं जेल भेज देने तक की धमकी दे डाली। भाजपा के सभी नेताओं की वीडियाे बनावाने लगीं और तब तक वीडियो बनवाती रहीं जब तक कि महिला थाना परिसर से भाजपा के नेता बाहर नहीं निकल गए। महिला थाना प्रभारी के व्यवहार से खिन्न होकर बाद में इस मामले को लेकर एसएसपी से मिले। अंकुर गोयल ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत सीएम कार्यालय व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को भी की है।
पीड़िता की पैरवी पर महिला थानाध्यक्ष ने भाजपा नेताओं को दे डाली थी जेल भेजने की धमकी
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