अनेक स्वतंत्रता सेनानियों की मौजूदगी का गवाह रहा टाउन हाल आज स्मैकियों व नशे के दूसरे आदि लोगों की पनाहगाह बनकर रह गया है इसके लिए बड़े कसूवारवार निगम के अलावा वो अफसर भी हैं जो इस शहर को एक पार्किंग तक नहीं दे सके और टाउनहाल जहां सुबह शाम लोग टहलने जाया करते थे उस टाउन हाल में वाहन पार्किग बना दी गयी।
मेरठ। शहर के एतिहासिक टाउन हाल के अच्छे दिनों की आहट सुनाई देने लगी है। शहर की घनी आबादी के बीचों बीच शहर टाउन हाल की जो दशा अफसरों की उदासीनता से बना दी गयी है उसकी उम्मीद कभी की नहीं गई थी। अनेक स्वतंत्रता सेनानियों की मौजूदगी का गवाह रहा टाउन हाल आज स्मैकियों व नशे के दूसरे आदि लोगों की पनाहगाह बनकर रह गया है इसके लिए बड़े कसूवारवार निगम के अलावा वो अफसर भी हैं जो इस शहर को एक पार्किंग तक नहीं दे सके और टाउनहाल जहां सुबह शाम लोग टहलने जाया करते थे उस टाउन हाल में वाहन पार्किग बना दी गयी।
विजय आनंद अग्रवाल ने की है पहल

जल्दी ही टाउन हॉल स्थित तिलक वाचनालय एवं पुस्तकालय की पार्किंग की सूरत बदली हुई दिखेगी। पुराने मेरठ शहर की लाइफ लाइन बन चुकी तिलक वाचनालय एवं पुस्तकालय पार्किंग का IAS नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल, महामंत्री विजयआनन्द अग्रवाल, कोषाध्यक्ष मनोज गर्ग, उपाध्यक्ष संदीप अग्रवाल, आदि मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल के साथ तिलक पुस्तकालय एवं वाचनालय वाली पार्किंग पर व्यवस्थाओं के संदर्भ में बातचीत की। उन्होंने स्थलीय निरीक्षण कर पार्किंग स्थल की दयनीय व्यवस्थाओं के संदर्भ में चिंता व्यक्त की और पार्किंग स्थल पर लाइटें, सफाई, कैमरे एवं धूल मिट्टी, स्मैकियों, आदि के संदर्भ में निर्देश दिए। नगर आयुक्त साहब के साथ सहायक नगर आयुक्त प्रमोद कुमार जी, अस्सिटेंट इंजीनियर आदि, मौके पर थे। वहां पर असामाजिक तत्वों और नशेड़ियों देखकर नगर आयुक्त बहुत ज्यादा क्रोधित हुए। उन्होंने तुरंत आदेश किया कि, प्रवर्तन दल को बुलाकर इन स्मैकियों को यहां से हटाया जाए। अगर उनका कोई घर बार नहीं है तो उन्हें रन बसेरे एरिया में ठहराया जाए। पार्किंग स्थल पर महिला एवं पुरुषों के लिए शौचालय निर्माण आदि के लिए भी नगरआयुक्त ने निर्देश दिए।
कसूरवार कौन

नगरायुक्त ने स्मैकियों को हटाने के लिए आदेश दिए अच्छी बात है लेकिन और अच्छा होता यदि इस बात की भी जांच के आदेश दिए होते कि इस सब खासतौर से टाउन हाल की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार कौन हैं। वैसे ऐसा कोई आदेश कोई अधिकारी दे आमतौर पर इस बात की उम्मीद अब होती नहीं है।