संगठन के पेंच कसने में जुटे अखिलेश, कई और की छुट्टी के हैं आसार, फैसले से सपाइयों में खुशी की लहर
मेरठ। साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सपा सुप्रीमो ने विपिन चौधरी के बजाए कर्मवीर सिंह गूमी पर भरोसा करना बेहतर समझा। वह पहले भी कर्मवीर सिंह को टेस्ट कर चुके हैं। अखिलेश यादव के पैमाने पर कर्मवीर सिंह गूमी खरे उतरे हैं। विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा कुछ खास नहीं कर सकी थी। रफीक अंसारी की जीत को संगठन के अलावा दूसरी वजहों की जीत बतायी जा रही है। इसके अलावा विपिन चौधरी की विदाई के पीछे लोकसभा चुनाव को बड़ा फैक्टर माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव परिणामों के चलते कई लोग उनसे नाराज चल रहे थे। ये सभी कदावर हैं। अब कर्मवीर सिंह के हाथों में जिला संगठन की जिम्मेदारी आ गयी है। सूत्रों ने यह भी जानकारी दी है कि बदलाव केवल मेरठ तक सीमित नहीं रहेगा-पश्चिम उत्तर प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों के जिला और महानगर अध्यक्ष भी जल्द बदले जा सकते हैं।
श्याम लाल पाल करेंगे नई घोषणा
सूत्र बताते हैं कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल द्वारा शीघ्र ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी नए जिलाध्यक्षों की घोषणा की जाएगी। यह फेरबदल पार्टी की रणनीतिक पुनर्संरचना का हिस्सा है, ताकि आने वाले चुनावी अभियानों में संगठन की पकड़ और तालमेल दोनों को और मजबूत किया जा सके।