
नई दिल्ली। खिलाड़ियों व खेल संस्थाओं के लिए यह अच्छी खबर हो सकती है। दिल्ली एनसीआर के मेरठ व मुजफ्फरनगर की सीमा सरधना में बन रही मेजर ध्यान चंद स्पोर्टस यूनिवर्सिटी को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने मान्यता दे दी है। रविवार सुबह जब यह खबर मिली तो खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों ने इसका जोरदार स्वागत करते हुए यूजीसी का आभार जताया। इसकी सूचना स्पोर्टस यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास पहुंची। अब स्पोर्टस यूनिवर्सिटी प्रशासन पाठ्यक्रम, प्रवेश प्रक्रिया, शिक्षक नियुक्ति समेत अन्य महत्वपूर्ण निर्णय आसानी से ले सकता है। यह मान्यता भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा दी जाती है।
खिलाड़ियों व खेल संस्थाओं के लिए यह अच्छी खबर, यूजीसी की मेजर ध्यानचंद स्पोर्टस यूनिवर्सिटी को मान्यता
स्पोर्टस यूनिवर्सिटी के कुलपति सेवानिवृत्त मेजर जनरल दीप अहलावत ने बताया कि इस मान्यता के मिलने के बाद यूनिर्वसिटी को सार्वजनिक यूनिवर्सिटीज की सूची में शामिल कर लिया गया है। जिससे अब यूनिवर्सिटी अधिनियम की धारा-22 के अंतर्गत छात्रों को डिग्रियां प्रदान करेगा। यह मान्यता उत्तर प्रदेश राज्य स्पोर्टस यूनिवर्सिटी (संशोधन) अधिनियम 2021 के प्रस्तुतीकरण के बाद प्राप्त हुई है, जिसके माध्यम से यह यूनिवर्सिटी 29 जुलाई 2021 से प्रभावी रूप से स्थापित किया गया था।
अब यह यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश राज्य की भौगोलिक सीमा के अंतर्गत अपने विभागों, घटक महाविद्यालयों और संबद्ध संस्थानों के माध्यम से नियमित रूप से शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू कर सकता है। इस उपलब्धि पर कुलपति ने कहा कि यूनिवर्सिटी और मेरठ के लोगों के लिए ऐतिहासिक क्षण है। यह यूनिवर्सिटी भारत में खेल शिक्षा को बढ़ावा देने में अहम योगदान देगा। सरधना क्षेत्र के गांव सलावा में स्थित मेजर ध्यानचंद स्पोर्टस यूनिवर्सिटी में निर्माण कार्य 13 फरवरी 2024 को शुरू हुआ था। 14 अगस्त 2025 तक निर्माण कार्य खत्म करने का दावा किया जा रहा है। हालांकि अभी मात्र 68 प्रतिशत ही काम हो पाया है। शासन से मंजूर हुए प्रथम किश्त 247.13 करोड़ में से 169.56 करोड़ रुपये का खर्च किया जा चुका है।
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