ट्रेन टेस्ट ट्रैक डायनेमिक टेस्टिंग, एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक श्री विनय कुमार सिंह ने हाल ही में एलटीई कम्युनिकेशन नेटवर्क पर यूरोपीय ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (ईटीसीएस) लेवल 2 सिग्नलिंग प्रणाली के साथ आरआरटीएस ट्रेनसेट की डायनेमिक टेस्टिंग की शुरूआत की। सिग्नलिंग प्रणाली की यह टेस्टिंग सफलतापूर्वक पूर्ण हुई और ईटीसीएस-2 सिग्नलिंग सिस्टम और आरआरटीएस ट्रेनसेट ने तकनीकी अपेक्षाओं के अनुसार एक दूसरे के साथ ऑपरेट किया। यह डायनेमिक टेस्टिंग दुहाई डिपो में ट्रेन टेस्ट ट्रैक पर की गई जहाँ एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक सभी निदेशकों एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आरआरटीएस ट्रेनसेट पर सवार थे। ऐसा विश्व में पहली बार है जब एलटीई कम्युनिकेशन बैकबोन पर स्टैंडर्ड ईटीसीएस सिग्नलिंग प्रणाली कार्य करेगी और यह एनसीआरटीसी द्वारा आरआरटीएस के परिचालन के लिए किया जा रहा है। विश्व स्तर पर, ईटीसीएस टेक्नोलॉजी यूरोप और अन्य देशों में जीएमएस-आर कम्युनिकेशन नेटवर्क पर व्यापक रूप से कार्य कर रही है। हालांकि, निकट भविष्य में अन्य आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से जीएसएम-आर तकनीक अप्रचलित हो जाएगी। एलटीई एक अधिक क्षमता का कम्युनिकेशन लिंक प्रदान करता है जिसका उपयोग ट्रेन और ट्रैकसाइड तथा ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर के बीच मिशन-क्रिटिकल डेटा, वॉयस, आईओटी, महत्वपूर्ण वीडियो और अन्य महत्वपूर्ण संदेशों के आदान-प्रदान के लिए किया जाएगा। दूरसंचार विभाग, भारत सरकार ने दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस के प्रायोरिटी सेक्शन के लिए एलटीई नेटवर्क को चालू करने के लिए फिलहाल 900 मेगाहर्ट्ज बैंड में एक अस्थायी स्पेक्ट्रम आवंटित किया है। 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्थायी रूप से स्पेक्ट्रम के आवंटन के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा ट्राई (TRAI) को एक संदर्भ दिया गया है, जिसे ट्राई द्वारा जल्द ही मंज़ूर कर लिए जाने की उम्मीद है। एनसीआरटीसी की टीम और एल्स्टॉम तथा नोकिया के इंजीनियरों को बधाई देते हुए, एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक श्री विनय कुमार सिंह ने कहा, “ऐसा विश्व में पहली बार है जब नवीनतम ईटीसीएस लेवल 2 सिग्नलिंग, जिसमें लॉन्ग-टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) रेडियो पर आधारित ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन (एटीओ) प्रदान किया जा रहा है, का कॉम्बिनेशन प्रयोग में लाया जा रहा है।