एमडीए ओएसडी माजरा क्या है, मेरठ विकास प्राधिकरण के ओएसडी को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं स्टाफ में सुनाई दे रही हैं। जितने मुंह उतनी बात। पहले अवर अभियंता धीरज यादव और अब ओएसडी इन दोनों का ही ताल्लुक एमडीए के जोन डी-फोर से रहा है। ओएसडी पर जोन डी-फोर का जिम्मा था और धीरज यादव अवर अभियंता थ। धीरज यादव को पहले हटा दिया गया। अब पता चला है कि ओएसडी छुट्टी पर चले गए हैं। इसकी वजह क्या है यह तो स्पष्ट नहीं, लेकिन जोन डी-फोर को लेकर खासतौर से इस जोन के जोनल अधिकारी व अवर अभियंता को लेकर एमडीए के स्टाफ में जबरदस्त चर्चा सुनी जा रही है। धीरज यादव को लेकर तो सुनने में आ रहा है कि उनका बड़बोला पन उन पर भारी पड़ गया, इसी के चलते पर कतर दिए गए, मसलन जोन से हटा दिया गया, लेकिन ओएसडी की गैर मौजदूगी यानि छुट्टी पर चले जाने को लेकर अलग-अलग राय हैं। अलग-अलग राय है वो मुद्दा नहीं। मुद्दा यही है कि जोन डी-फोर की जिम्मेदारी अब जोनल अधिकारी अर्पित यादव को दी गयी है। स्टाफ में सुगबुगाहट यह भी है कि देखेंते हैं कि इस जोन की जिम्मेदारी जिन्हें दे गयी है उनकी पारी कितनी लंबी चलती है। पिच पर जमे रहेंगे या फिर आउट हो जाएंगे अथव हिट विकेट यानि अपनी गलती से आउट होना, हो जाएंगे। वजह कुछ भी हो लेकिन धारा न्यूज का इससे कोई सरोकार नहीं। किस जोन में कौन जोनल अधिकारी रहेगा और कौन अवर अभियंता मुफीद साबित होगा यह देखने का काम मेरठ विकास प्राधिकरण अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का है।