मेरठ। मां और नाबालिग भाई ने गला घोटकर मारा और मामाओं ने दरांती से गर्दन काटकर नहर में बहा दी। पुलिस ने मां व नाबालिग भाई तथा मामाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एक फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। युवती का कसूर केवल इतना था कि वह मोबाइल पर दोस्त से बात कर रही थी। मां राकेश देवी और नाबालिग भाई ने छात्रा को गला घोंटकर मारा डाला, जिसके बाद महरौली निवासी मामा कमल सिंह, समर सिंह, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू पुत्र कमल सिंह, मौसेरे भाई गौरव निवासी लडपुरा हापुड़ ने दरांती से गर्दन काटकर धड़ को बहादरपुर रजबहे और कटे हुए सिर को जानी गंग नहर में फेंक दिया था। इस हत्याकांड में शामिल मौसेरे भाई गौरव की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। वहीं, आस्था का कटा हुआ सिर अभी नहीं मिला है। पुलिस की दो टीम गंगनहर में कटे हुए सिर को तलाश रही हैं। पुलिस ने हत्यारोपियों के कब्जे से गर्दन काटने में प्रयुक्त की गई दरांती, शव को फेंकने में प्रयोग की गई स्विफ्ट डिजायर कार को बरामद किया है। घटना के संबंध में बहादरपुर ग्राम प्रधान अमित कुमार की ओर से परतापुर थाने पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार को गांव बहादरपुर के रजबहे में छात्रा की चादर में लिपटी सिर कटी लाश मिली थी। सूट-सलवार की जेब से मिले मोबाइल नंबर के आधार पर मृतका की पहचान दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव निवासी रमेश की बेटी आस्था उर्फ तनिष्का (17) के रूप में हुई। आस्था इंटर की छात्रा थी। जेब से मिला मोबाइल नंबर नंगली साहिब निवासी उसके नाबालिग दोस्त का था। दोस्त ने ही मौके पर पहुंच कर आस्था की पहचान की। इसके बाद पुलिस ने दादरी गांव पहुंच कर पहले मृतका की मां राकेश देवी, नाबालिग भाई को और बाद में छात्रा के महरौली-परतापुर निवासी मामा कमल सिंह, समर सिंह, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू को हिरासत में लिया। परिजनों ने पहले शव की पहचान करने से इंकार कर दिया था। बाद में पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने आस्था की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
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