मेरठ कैंट: सुरक्षा में गंभीर खामियां, राजधानी दिल्ली से सटे एनसीआर के मुख्य शहर मेरठ छावनी की सुरक्षा को लेकर गंभीर लापरवाही नजर आती है। देश की सुरक्षा में लगी तमाम एजेंसियां पूर्व में अनेक बार दिल्ली में आतंकी वारदात का मंसूबा रखने वाले दहशतगर्दों के मेरठ समेत वेस्ट यूपी में ठिकाने होने की आशंका जता चुकी हैं। मेरठ की बात की जाए तो पूर्व में आतंकियों से कनेक्शन रखने वाले दबोचे जा चुके हैं, इसके बावजूद इन दिनों पूरे छावनी क्षेत्र की यदि बात की जाए तो सुरक्षा में छेद की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। छावनी के जिन एंट्री गेट पर पूर्व में सख्त पहरा रहता था, वो तमाम पाइंट इन दिनों लापरवाही का बयां कर रहे हैं। जो हालात बने हैं उसका फायदा उठाकर देश विरोधी तत्वों द्वारा वारदात को अंजाम देकर आराम से फरार होने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। अब यदि सुरक्षा में छेद की बात की जाए तो सिटी स्टेशन से छावनी क्षेत्र को लिंक करने वाले जिन एंट्री गेट पर पूर्व में सख्त पहरा हुआ करता था, उनमें से यदि इंडियन ऑयल डिपो मकबरा डिग्गी वाले पाइंट को अपवाद मान लिया जाए तो बाकि पाइंट पर सुरक्षा नहीं दिखी। रोहटा रोड टू फाजलपुर एंट्री गेट, फाजलपुर गांव के भीतर होकर छावनी में प्रवेश का रास्ता, सरस्वती विहार के सामने वाला रास्ता, मेहमदपुर से छावनी में प्रवेश का रास्ता, कंकरखेड़ा सेंट्रल डिस्टलरी एंट्री, 510 बेस वर्कशॉप से सटे ईश्वरनगर के पीछे का रास्ता, सोफीपुर फायरिंग रेंज का रास्ता, सप्लाई डिपो रोड। यहां कोई रोकटोक नहीं है। न कोई सुरक्षा नजर आती है। कोई भी यहां से पास हो सकता है। कंकरखेड़ा कैंट स्टेशन यहां 22 डिव का हैट क्वार्टर स्थित है। कैंट स्टेशन से छावनी में एंट्री कर कोई भी असामाजिक तत्व कहीं भी पहुंचकर मनसूबे पूरे कर सकता है। यहां सुरक्षा में बड़ी चूक नजर आती है। सिटी स्टेशन के आसपास भी सुरक्षा को लेकर गंभीर चूक नजर आती है। ऐसे कुल 16 पाइंट चिन्हित किए गए हैं।