इंस्टाग्राम पर आॅन लाइन खरीदारी में बरतें सावधानी, एकाउंट खाली हो सकता है/अपराधी भी ठगी के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। साइबर अपराधियों के हनी ट्रेपिंग में फंसाकर ठगी का तरीका जब ज्यातदर लोग समझ गए तो उन्होंने फेक कॉल कर जो कभी क्राइम ब्रांच तो कभी सीबीआई के नाम से तो कभी ईडी या आईबी के नाम से की जाती से ठगने का धंधा शुरू किया। इसको कानून ने डिजीटल अरेस्ट का नाम दिया
मेरठ/ यदि आप आॅन लाइन ठगी करने के शौकीन है या फिर आॅफर और सस्ते के लाचल में आॅनलाइन परचेजिंग को तरजीह देते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि पुलिस की लगातार कार्रबाईयों के चलते साइबर अपराधी भी ठगी के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। साइबर अपराधियों के हनी ट्रेपिंग में फंसाकर ठगी का तरीका जब ज्यातदर लोग समझ गए तो उन्होंने फेक कॉल कर जो कभी क्राइम ब्रांच तो कभी सीबीआई के नाम से तो कभी ईडी या आईबी के नाम से की जाती से ठगने का धंधा शुरू किया। इसको कानून ने डिजीटल अरेस्ट का नाम दिया। साइबर थाने के आंकड़ों में अकेले मेरठ में ऐसे करीब दर्जन भर मामले दर्ज कराए गए जिनमें डिजिटल अरेस्ट कर अपराधियों ने करोड़ों की ठगी केवल मेरठ में की है। डिजिटल अरेस्ट के बाद उनका अलग पैतरा मार्केटिंग में इन्वेस्ट कराने का रहा। मार्केटिंग में इनवेस्ट का झांसा देकर शहर के कई लोगों की मोटी रकम डूब गयी। ऐसा करने वाले साइबर ठग एक फेंक वाट्Þसअप ग्रुप बनाते उसमें आपस में मार्केटिंग की फर्जी चेट करते, जो भी शख्स शिकार बनाया जाता, वो भी इस फेंक चेटग्रुप का हिस्सा होता। चेटग्रुप की बातों पर विश्वास कर कोई भी झांसे में आकर बताए गए शेयरों पर इनवेस्ट करता। इस तरह की ठगी में शख्स इनवेस्ट करने वाले रकम डाल तो सकता था, लेकिन अपने एकाउंट से वह रकम निकाल नहीं पाता था। जब तक उसके समझ में कुछ आता तब तक वह सब कुछ लुटा चुका होता था। इस प्रकार के ठगी के भी कई मामले में थाना साइबर क्राइम में दर्ज कराए गए हैं।
अब आन लाइन खरीदारी के नाम पर ठगी
साइबर अपराधियों ने अब आॅन लाइन खरीदारी के नाम पर ठगी का तरीका अपनाया है और लालकुर्ती के बेगमबाग की निवासी ज्योति बटवानी इनका शिकार बनी है। मिली जानकारी के अनुसारबेगमबाग निवासी ज्योति बटवानी ने इंस्टाग्राम के माध्यम से आॅनलाइन खरीदारी की तो साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस गई। उनके खाते से साइबर अपराधियों ने 35 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने कुछ दिन पूर्व करीब इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देखकर 1750 रुपये कीमत का सामान खरीदा था। शाम को उनके पास कॉल आई और उनसे कहा गया कि आपका खरीदा सामान अभी स्टॉक में नहीं है। हम आपके रुपये वापस कर रहे हैं। उन्हें झांसा देते हुए साइबर ठगों ने अकाउंट से 35 हजार रुपये निकाल लिए। सीओ कैंट संतोष कुमार का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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