आबूलेन पर पहले से ट्रेफिक का बुरा हाल, सेंट्रल पार्किंग के बाद मुसीबत ही मुसीबत, भाजपा के कौन नेता है सेंट्रल मार्केट के पैरोकार
मेरठ। शहर के दिल आबूलेन पहले से जाम की मुसीबत से बेहाल है, इसको एक बार फिर और ज्यादा जाम की मुसीबत में डालने की पठकथा गुरूवार को हुई कैंट बोर्ड की बैठक में पेश की गई। यदि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही आबूलेन पर सेंट्रल पार्किंग लागू कर दी जाएगी। सेंट्रल पार्किंग की व्यवस्था के बाद हो सकता है कि आबूलेन के कुछ बड़ें व्यापारियों की जेब भारी हो जाएगी, लेकिन आम पब्लिक जो आबूलेन पर शॉपिंग के लिए आती है या जो लोग वाया आबूलेन आते जाते हैं उनके लिए भारी मुसीबत का सबब बन जाएगा।
अरसे से चल रहा है प्रयास
आबूलेन आने जाने वालों को एक बार फिर से जाम के झाम का सामना करना पड़ सकता है। आबूलेन की जिस सेंट्रल पार्किंग को लेकर पूर्व में काफी हंगामा हुआ था और बाद में कैंट बोर्ड प्रशासन ने सेंट्रल पार्किंग को खत्म कर दिया था, उसको लेकर एक बार फिर से हाथ-पांव मारने शुरू कर दिए हैं। दरअसल सेंट्रल पार्किंग का जो ठेका छोड़ा जाता है वह आबूलेन व्यापार संघ की ओर से छोड़ा जाता है।
तो क्या एक बार फिर आबूलेन जाम के झाम से जूझेगा, आबूलेन पर सेंट्रल पार्किंग को व्यापार संघ के पदाधिकारी कैंट विधायक मिले
उसकी एवज में अच्छी खासी रकम मिल जाती है। लेकिन सेंट्रल पार्किंग की वजह से आबूलेन के ट्रेफिक को जो दुर्गती हुई थी वो आज भी लोगों को याद है। सेंट्रल पार्किंग से दिन भर जाम सरीखे हालात बने रहते थे। पार्किंग के स्टाफ और वहां गाड़ियों को पार्क करने वालों के साथ आए दिन मारपीट व हंगामा आए दिन की बात हो गयी थी। उसके चलते ही कैंट बोर्ड प्रशासन ने सेंट्रल पार्किंग की व्यवस्था को खत्म कर दिया था, लेकिन अब इसके लेकर एक बार फिर से कोशिशें शुरू हो गयी हैं।
पूर्व में इसको लेकर आबूलेन व्यापार संघ के तमाम पदाधिकारी कैंट विधायक अमित अग्रवाल से मिला। इसमें अध्यक्ष आकाश खन्ना, महामंत्री राजबीर सिंह, उपाध्यक्ष भूपिंदर सिंह व रमेश चौधरी, मंत्री सागर गुप्ता, उप महामंत्री विशाल अग्रवाल, गोलू अमृत, विक्की मुल्तानी, चेतन नागपाल, संजय मुंजाल तथा शम्मी आनंद आदि मिल भी चुके हैं। इसका जिम्मा अब बोर्ड में जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि डा. सतीश शर्मा को सौंपा गया प्रतीत होता है। बोर्ड बैठक में डा. सतीश शर्मा ने आबूलेन की सेंट्रल पार्किंग का मामला उठाया भी था।