अवैध कालोनियों पर गरजा बुल्डोजर, कुछ भ्रष्ट अधिकारियों से साज कर काटी जा रही अवैध कालोनियों पर गुरूवार को बुलडोजर गरजा। पूरे जनपद में कई स्थानों पर एक साथ एक्शन किया गया। दरअसल मेरठ विकास प्राधिकरण के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की कारगुजारियों की लगातार शिकायतें मंडलायुक्त को भेजी जा रही थीं। माना जा रहा है कि अवैध निर्माणों को लेकर मिल रही शिकायतों के चलते ही मंडलायुक्त के आदेश पर मेरठ विकास प्राधिकरण के दूसरी व तीसरी पांत के अफसरों को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा है। लेकिन अभी सवाल बाकि है कि मेरठ विकास प्राधिकरण के जिन अधिकारियों के कार्य क्षेत्र में ये अवैध कालौनिया कांटी गयी हैं या अवैध निर्माण किए गए हैं उनके खिलाफ भी क्या कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को लेकर आवाज उठाने वालों की मानें तो जब तक इसके लिए जिम्मेदार मेरठ विकास प्राधिकरण के अफसरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, उनकी जिम्मेदारी नहीं तय की जाएगी तब तक इस प्रकार के अवैध निर्माण या अवैध कालौनियों पर अंकुश लगाया जाना संभव नहीं है। गुरूवार को जहां एमडीए का बुलडाेजर गरजा है उनमें मवाना रोड स्थित ट्रांसलेम एकाडेमी, अब्दुलापुर किला रोड पर एक कालोनी में भी अवैध निर्माण को जमीदोंज किया गया है। इसके अलावा ग्राम राली चौहान मेंं भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जानकारी एमडीए के अधिकारियों ने दी है। इसके अलावा दिल्ली रोड पर भी अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए हैं। नूर नगर में भी कालोनी में किया गया अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया है। लेकिन इस कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। जो केवल शुरूआती दौर के निर्माण है केवल उन्हें ढहाया गया है जो पूरे अवैध निर्माण कर लिए गए हैं। पर्दे डालकर पूरे महानगर में जगह-जगह अवैध निर्माण किए जा रहे हैं। इनमें सूरज कुंड बाबा मनोहर नाथ मंदिर के सामने, दिल्ली रोड, कंकरखेड़ा समेत पूरे शहर में कथित तौर पर सांठगांठ कर किए जा रहे अवैध निर्माणों की बाढ सी आयी हुई है। बड़ा सवाल यही कि जब एमडीए के अफसर डयूटी कर रहे है तो अवैध निर्माण कैसे हाे गए। (बीके गुप्ता)