सरकार को बदनाम न करें एमडीए अफसर, नेता जब ईमानदार और जनप्रिय हो तो फिर राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी की तर्ज पर ही मजबूती से बात रखता है।
सोमवार को डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी एमडीए पहुंचे और जनता से जुड़े मसलों पर लीपापोती देखकर उनके सब्र का पैमाना छलक गया और दो टूक कह दिया कि उनकी सरकार को बदनाम करने का काम अफसर बंद करें। उन्होंने लिंक मार्ग के प्रस्ताव पर लेट लतीफी पर नाराजगी जतायी और कहा कि यह उचित नहीं। कहा कि मेरा काम जनता की लड़ाई लड़ने का है मैं करुंगा, ये लोग मेरी सरकार को बदनाम करना चाहते हैं। अफसर देख लें जनता से जुड़ा जो भी काम है दो दिन में पूरा होना है उसे दो दिन में पूरा कर दें, तीन दिन या चार दिन फाइलों में लगाकर जनता का काम न उलझाएं। उन्होंने पूछा कि क्या कारण है कि सात माह से यह फाइल बगल में दबाए घूम रहे हो। आज या तो रेलवे रोड लिंक मार्ग का जनता का प्रस्ताव साइट पर लोड होगा या MDA VC मुझे लोड कराएंगे’। राज्यसभा सांसद के जनता से जुड़े काम करने और कराने का कुछ ऐसा ही अंदाजा है। जो आज नजर आया। वहसीधे अधिशासी अभियंता अतुल कुमार के केबिन में पहुंचे और बागपत रोड से रेलवे रोड को जोड़ने वाली लिंक मार्ग की फाइल मांगी। दरअसल एक दिन पहले ही मेरठ के सैकड़ों लोग राज्यसभा सांसद से मिले थे। इससे पहले वो अन्य जनप्रतिनिधियाें से भी मिल चुके थे, लेकिन मुलाकात का असर सोमवार को ही नजर आया। जब डा. वाजपेयी ने सवाल किया तो एमडीए अफसरों को सांप सूंघ गया। राज्यसभा सांसद के लिंक रोड की फाइल को लेकर तेवर देखकर उनकी सिट्टीपिटी गुम हो गयी। वाजपेयी ने कहा सात महीने से आपने उस काम को रोक रखा है। अधिशासी अभियंता से कहा या तो मैं लोड हो जाऊंगा या आज लिंक रोड का आवेदन साइट पर लोड कराकर जाऊंगा। कहीं नहीं जा रहा। यहीं बैठा हूं, चाहे जितनी देर लगे, प्रस्ताव को साइट पर लोड कराना ही है।