मेरठ। पानी की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार ने हाथ खडे कर दिए। उसके बाद कैंट बोर्ड की टीम ने खुद मोर्चा संभाला और पानी की आपूर्ति बहाल की गयी। सीईओ कैंट जाकिर हुसैन तमाम कार्यों की खुद ही निगरानी करते रहे। इसके अलावा उन्होंने पूरे कैंट क्षेत्र का निरंतर दौरा भी किया। दूसरे छोर पर बोर्ड का पूरा स्टाफ लगा रहा तब कहीं जाकर शनिवार तक स्थिति सामान्य की जा सकी। दरअसल बिजली संकट के चलते सदर व लालकुर्ती इलाके में पेयजल का संकट गहरा गया था। करीब सोलह घंटे बिजली आपूर्ति ठप होने के उपरांत कैंट बोर्ड पम्प हाउस ठेकेदार पब्लिक को पीने का पानी देने में असफल रहा। लोगों ने आरोप लगाया कि कैंट बोर्ड के वाटन सप्लाई सेक्शन को पेयजल आपूर्ति के लिए शिकायतों के अलावा पम्प हाउस ठेकेदार के मोबाइल नंबरों पर….8534002244 /96345 00207 पर संपर्क किया गया तो नंबर स्विच आॅफ बताता रहा।
बता दें सदर व लालकुर्ती पम्प हाउस का ठेका मैसर्स अग्रवाल कंपनी को दिया गया है जिसका कैंट बोर्ड लगभग पांच से छह लाख रूपए प्रतिमाह अदा कर रहा है। ठेकेदार के साथ कैंट बोर्ड का प्रतिदिन तीनों टाईम पेयजल आपूर्ति का अनुबंध है। शर्त में यह भी शामिल है कि बिजली नहीं है तो जनरेटर द्वारा नियमित पेयजल आपूर्ति की जिम्मेदारी व आपरेटर सहित रख रखाव ठेकेदार कंपनी करेगी। लेकिन आंधी व बारिश ने ठेकेदार की गारंटी की पोल खोल दी। पब्लिक शोर मचाती रही लेकिन पम्प हाउसों के जनरेटर शांत रहे। वहीं दूसरी ओर पूरे कैंट इलाके शनिवार को भी सड.कों पर गिरे पेड़ व बिजली के खंबों को हटाने का अभियान जारी रहा। पम्प पर कैंट बोर्ड के जेई व कर्मचारियों की टीम गिरे हुए पेड़ों को हटाने करती रही बामुश्किल लोगों को पेय जल स्टोर के साथ सीधे सप्लाई दी गई। कैंट बोर्ड इंजीनियरिंग सेक्शन के एई अभियंता पीयूष गौतम ने बताया आंधी तूफान के बाद सीईओ जाकिर हुसैन ने पूरे कैंट क्षेत्र का निरीक्षण किया। वह खुद भी कार्य की निगरानी करते रहे।
सदर व लालकुर्ती इलाके में बिजली संकट से पानी की किल्लत, पंप ठेकेदार के खडे किए हाथ कैंट बोर्ड ने संभाले हालात
ठेकेदार के साथ कैंट बोर्ड का प्रतिदिन तीनों टाईम पेयजल आपूर्ति का अनुबंध है। शर्त में यह भी शामिल है कि बिजली नहीं है तो जनरेटर द्वारा नियमित पेयजल आपूर्ति की जिम्मेदारी व आपरेटर सहित रख रखाव ठेकेदार कंपनी करेगी। लेकिन आंधी व बारिश ने ठेकेदार की गारंटी की पोल खोल दी। पब्लिक शोर मचाती रही लेकिन पम्प हाउसों के जनरेटर शांत रहे। वहीं दूसरी ओर पूरे कैंट इलाके शनिवार को भी सड.कों पर गिरे पेड़ व बिजली के खंबों को हटाने का अभियान जारी रहा। पम्प पर कैंट बोर्ड के जेई व कर्मचारियों की टीम गिरे हुए पेड़ों को हटाने करती रही बामुश्किल लोगों को पेय जल स्टोर के साथ सीधे सप्लाई दी गई। कैंट बोर्ड इंजीनियरिंग सेक्शन के एई अभियंता पीयूष गौतम ने बताया आंधी तूफान के बाद सीईओ जाकिर हुसैन ने पूरे कैंट क्षेत्र का निरीक्षण किया। वह खुद भी कार्य की निगरानी करते रहे।
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