जुम्मा अलविद व ईद को लेकर फोर्स अलर्ट
रेंज में 471 ईदगाह तथा 1370 मस्जिदों में होगी नमाज
205 स्थानों को संवेदनशील 23 जोन, 79 सैक्टर एवं 64 क्यूआरटी
परंपरा से हटाकर यदि आयोजन हुआ तो नपेंगे थानेदार व चौकी इंचार्ज
डीआईजी ने की तैयारियों की समीक्षा रेंज के अफसरों को आवश्यक निर्देश
मेरठ/ ईद की नमाज किसी भी दशा में सड़कों पर नहीं पढ़ने दी जताएगी। निगरानी को पूरे रेंज में ड्रेन तैनात किए गए हैं। जुम्मा अलविदा व ईद को लेकर पुलिस फोर्स अलर्ट मोड पर है। जुम्मा अलविदा व ईद की नमाज की तैयारियों को लेकर रविवार अवकाश के दिन डीआईजी कलानिधि नैथानी ने कैंप कार्यालय पर तैयारियों की समीक्षा की। डीआईजी नैथानी ने सख्त लहजे में कहा है कि यदि परंपरा से हटकर ईद के नाम पर कोई आयोजन हुआ तो चौकी इंचार्ज व थानेदार पर कार्रवाई की जाएगी।
डीआईजी नैथानी ने बताया कि रेंज के चारों जनपद मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत एवं हापुड़ में कुल 471 ईदगाह तथा 1370 मस्जिदों में नमाज अदा की जायेगी, जिसमें जनपद मेरठ मे 164 ईदगाह व 515 मस्जिद, बुलन्दशहर मे 155 ईदगाह व 590 मस्जिद, बागपत मे 68 ईदगाह व 195 मस्जिद तथा जनपद हापुड़ मे 84 ईदगाह व 70 मस्जिदो मे नमाज अदा की जायेगी । त्यौहार को सकुशल सम्पन्न कराये जाने हेतू परिक्षेत्र की सभी जनपदीय पुलिस द्वारा पीस कमेटी/ धर्म गुरू/ शांति समिति/ संभ्रान्त व्यक्तियों के साथ 123, अन्य विभाग जैसे नगर निगम, स्वास्थय, विद्युत विभाग आदि के साथ 113 एवं आयोजको/ संचालको के साथ 114 गोष्ठियां आयोजित कर ली गई हैं। रेंज में कुल 205 स्थानों को संवेदनशील/ हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसके सुरक्षार्थ 23 जोन, 79 सैक्टर एवं 64 क्यूआरटी स्थापित की गई है। रमजान माह के दौरान ही नवरात्र भी प्रारम्भ हो रहे है, ऐसे में मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में समुचित पुलिस प्रबन्ध कर सतर्क दृष्टि रखी जाए। रमजान माह के अन्तिम सप्ताह में बड़ी संख्या में महिलायें एवं बच्चें बाजारों में निकलते हैं, इसको लेकर बाजारो व मॉल में विशेष सतर्कता बरती जाये। अलविदा जुमा एवं ईद-उल-फितर के दिन होने वाली नमाजों के दौरान पुख्ता पुलिस इंतजाम के निर्देश डीआईजी ने दिए हैं। मस्जिदों के आस-पास आने जाने वाले मार्गों पर नजर रखी जाए।
डीआईजी ने रेंज के जनपदों के पुलिस प्रमुखों से कहा है कि त्यौहार के दृष्टिगत समस्त ट्रबल स्पाट/हॉट स्पाट की सूची बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर भ्रमण व समीक्षा कर ली जाये। विगत वर्षो में प्रकाश में आये समस्त विवादों/घटनाओं की समीक्षा करते हुए सभी स्थानों पर प्रभावी पुलिस प्रबन्धन किया जाये। जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारी/थानाध्यक्ष ऐसे सभी स्थलों पर अपने मजिस्ट्रेट के साथ गोष्ठियां कर करें। साम्प्रदायिक विवादों से सम्बन्धित समस्त प्रकरणों का विधिक समाधान कराया जाये।
एलआईयू के अधिकारियों/कर्मचारियों को समसामयिक सूचना के प्रति सतर्क कर दिया जाये। पोस्टर पार्टी का गठन कर प्रात:काल समस्त धार्मिक स्थलों की नियमित चैकिंग सुनिश्चित की जाये। ईद की पूर्व संध्या पर रात्रि में सतर्क दृष्टि रखी जाये ताकि असामाजिक तत्वों द्वारा किसी प्रकार की अफवाहें मस्जिदों अथवा उसके आस-पास न फैलायी जायें इस हेतु नागरिक सुरक्षा संगठन के पदाधिकारियों का भी सहयोग लिया जाये। ड्रोन कैमरे के माध्यम से भी मिश्रित एवं संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी की जाये। जहाँ भी वृहद कार्यक्रम आयोजित हों वहां नये सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराये जायें। यू०पी० 112 के वाहनों का व्यवस्थापन संवेदनशील मार्गो/ स्थलों पर किया जाये। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे-फेसबुक/इन्स्टाग्राम/ट्वीटर/वाट्सएप आदि पर सतर्क दृष्टि रखा जाये, असत्य एवं भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर तत्काल उसका प्रभावी खण्डन किया जाये। सभी जनपद अपने सोशल मीडिया सेल को इस सम्बन्ध में सतर्क करते हुए समुचित ब्रीफिंग कर लें।
सड़क पर ईद की नमाज नहीं-ड्रोन से निगरानी

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