ये तो मेरा शौहर तेरे साथ कैसे..

kabir Sharma
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मेरठ/ये तो मेरा शौहर तेरे साथ कैसे.. ये तो मेरा शौहर है तू इसके साथ क्या कर रही है! यह तेरा नहीं मेरा शौहर है! तू यहां कैसे आयी। इससे दूर हटकर बात कर। इतनी सी बात पर दोनों मोहतमा एक दूसरे पर टूट पड़ी। टूटी भी ऐसी कि थाने में अफरा-तफरी मच गयी। जब तक पुलिस वाले उन्हें दौड़कर अलग करते तब तक काफी कुछ हो चुका था। एक दूसरे की चोटी एक दूसरे के हाथ में थीं। तमाश बन गया था। वहीं मौजूद शौहर की समझ में नहीं आ रहा था कि करे तो करे क्या जाए तो जाए कहां। दोनों उसकी पत्नी और दोनों में से कोई सी भी समझने या सुनने को तैयार नहीं थी। और सुनती समझती भी भला कैसे मामला मांग के सिंदुर का था, जिसके हाथ से निकलने का खतरा बना हुआ था। पुलिस वालों की भी समझ में नहीं आ रहा था कि इस मामले में करें तो करें क्या। पति और पुलिस वाले लाचार थे।
मिली जानकारी अनुसार पूरे फसाद की जड़ तारापुरी निवासी इरशाद है। इरशाद का 8 साल पहले नूरनगर की रहने वाली निशा से निकाह हुआ था। निशा से उसके चार बच्चे हैं। करीब एक साल पहले निशा किसी अन्य युवक के साथ चली गई थी। इसके बाद इरशाद ने तीन महीने पहले एलिना नाम की महिला से दूसरा निकाह कर लिया। मंगलवार को जब निशा को इरशाद के दूसरे निकाह की जानकारी मिली, तो वह इरशाद के घर पहुंची। वहां उसने अपने बच्चों को लेकर हंगामा किया। विवाद बढ़ने पर मामला थाने पहुंचा। थाने के बाहर दोनों पत्नियां एक-दूसरे से भिड़ गईं। दोनों ने एक-दूसरे की चोटी पकड़कर मारपीट की।
मौके पर मौजूद लोग और पुलिसकर्मी दोनों को अलग करने का प्रयास करते रहे। लेकिन दोनों महिलाएं किसी की नहीं सुन रही थीं। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने दोनों को अलग किया। इसके बाद निशा अपनी सौतन एलिना को धमकी देकर वहां से चली गई। उनके जाने के बाद ही पुलिस वाले अपने पसीने पोछते नजर आए और राहत की सांस ली।

आंसू के सैलाब में बैसाखी की जश्न नहीं

गलती नेता जी की या पुलिस की

ये तो सोच लेते मासूमों की फीस पैसे हैं..

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