सभ्य व शालीन लोगों का खेल माने जाने वाले क्रिकेट, क्रिकेट को बदनाम करने का काम
मेरठ/ सभ्य व शालीन लोगों का खेल माने जाने वाले क्रिकेट में क्रिकेट को बदनाम करने का काम- हार जीत को लेकर खिलाड़ियों में गाली गलौच व मारपीट के बाद तमंचे निकल आए। दोनों पक्षों में जमकर संघर्ष व फायरिंग हुई। इस हरकत ने क्रिकेट को बदनाम करने का काम कर दिया। मामला गांव राली चौहान थाना भावनपुर से जुूड़ा है। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें युवक तमंचा लहरा रहा है। राली चौहान में क्रिकेट मैच में पांच हजार रुपये हारने पर हुए विवाद में दोनों पक्षों में मारपीट और फायरिंग हो गई। मारपीट में दोनों पक्षों से तीन लोग घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए सीएचसी में भर्ती कराया। इसके बाद मामले की जांच पड़ताल में जुट गई। गांव राली चौहान निवासी विक्रांत पुत्र राजपाल और मनीष पुत्र तिहाड़ सिंह गांव में ही क्रिकेट का सामान बनाने का काम करते है। विक्रांत और मनीष का भाई बहादुर गांव के बाहर पांच हजार रुपये की शर्त लगाकर क्रिकेट मैच खेल रहे थे। विक्रांत की टीम मैच हार गई, जिसके बाद शर्त के पांच हजार रुपये को लेकर विक्रांत व बहादुर में मारपीट हो गई। वहां मौजूद अन्य युवकों ने किसी तरह उनका बीच-बचाव करा दिया।
इसके कुछ देर बाद विक्रांत अपने दोस्त दीपक संग मनीष के पिता तिहाड सिंह की सैलून की दुकान पर पहुंचा और वहां मनीष को देख गोली चला दी। गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी, बल्कि गोली लगने से दुकान में लगा शीशा टूट गया। इसके बाद मनीष ने अपने दोस्त सुमित भाटी पुत्र बिजेंद्र भाटी निवासी स्याल के साथ मिलकर विक्रांत पर हमला कर दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। आरोप है कि सुमित भाटी ने भी तमंचे से फायर किया। मारपीट में मनीष, दीपक और सुमित भाटी घायल हो गए।
हालांकि, सुमित भाटी का तमंचा लहराते हुए फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों घायलों को अब्दुल्लापुर स्थित सीएचसी में उपचार के लिए भेजा।
सीओ सदर देहात शिव प्रताप सिंह का कहना है कि दो पक्षों में क्रिकेट मैच के दौरान मारपीट हो गई थी। गोली चलने की भी जानकारी मिली है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। तमंचे के साथ युवक का फोटो आज का है या पुराना इसकी भी जांच की जा रही है।
शौहर ने भूखी प्यासी रख सिगरेट से दागा
दिल्ली के ठग का मेरठ के कारोबारी को चूना
हे राम! इन से भी लेता है रिश्वत