पार्षद के साथ हुई घटना की जानकारी भाजपा के तमाम नेताओं को वक्त पर ही मिल गई थी,, बैठे-बैठे बस लेते रहे अपने लोगों से घटनाक्रम की जानकारी

मेरठ/ नगर निगम डिपो में पार्टी के पार्षद के साथ हुई घटना की जानकारी भाजपा के तमाम नेताओं को वक्त पर ही मिल गई थी, लेकिन संगठन का एक भी नेता ऐसा नहीं था, जो अपनी पार्टी के पार्षद के साथ जाकर खड़ा होता। इस बात का उलहाना खुद पार्षद रविन्द्र ने दिया। अपने साथ हुई मारपीट की घटना की जानकारी देने के लिए रविन्द्र व उसके अपने लगातार पार्टी के बडेÞ नेताओं को फोन करते रहे। बताया जाता है कि किसी ने भी कॉल रिसीव नहीं की मौके पर पहुंचकर साथ खड़ा होना तो दूर की बात रही। इस बात का मलाल पार्षद ने जिला अस्पताल में भी मीडिया के सामने कहा। जब पार्षद से पार्टी का कोई बड़ा चेहरा नजर न आने को लेकर सवाल किया तो उसने बस इतना कहा कि कुछ मत पूछो भइया ऐसे में कोई भी साथ नहीं आ रहा है।
वहीं दूसरी ओर सूत्रों ने जानकारी दी है कि पार्टी के निगम पार्षद के साथ जो भी घटनाक्रम हुआ उसकी पल-पल की जानकारी संगठन के जिम्मेदार व दूसरे नेता लेते रहे, लेकिन मौके पर जाने की हिम्मत किसी ने नहीं जुटाई। भाजपाइयों का ये हाल तो तब है कि जब उनकी पार्टी सत्ता में है। नाम न छापे जाने की शर्त पर खुद को पार्षद के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि भाजपा ने संकट में छोड़ दिया साथ अपने का ऐसे में कौन आने वाले समय में पार्टी के साथ दिल से लगेगा।
ऐसा करते हुए तुम्हे लाज ना आयी
अफसरों से पूछा जाएगा क्यों किया ऐसा