स्कूल चलो अभियान को पलीता बजाए पढाई कराने के स्कूलों में बच्चों से झाडू लगवाते और गंदे काॅरपेट व गद्दे धुलवाते

मेरठ। एक तरफ सीएम योगी स्कूल चलो अभियान पर जोर दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर शहर का एक स्कूल ऐसा भी जहां बजाए बच्चों को पढ़ा लिखाकर काबिल बनाने और अच्छा नागरिक बनाने के स्कूल में उनसे झाडू लगवायी जा रही हैं। स्कूल में पढ़ाने के बजाए झाडु बुहारी करायी जारही है। पूरे स्कूल व तमाम कमरो की सफाई करायी जा रही है। स्कूल के ऑफिस के गंदे कारपेट और यूज किए हुए गंदे गद्दों को धुलवाया जा रहा है। यह सब कुछ शिक्षा के नाम पर सरकारी स्कूलों में किया जा रहा है। यह शर्मसार करने वाली हरकत शहर के उच्च प्राथमिक विद्यालय कृष्णपुरी नगर क्षेत्र मेरठ विद्यालय की है, हां देश के कल के होनहार नागरिक जिन्हें बनना है। जिन से उम्मीद है कि वो देश की बागडोर संभालेंगे उन के बच्चों के हाथों से किताब कापी व कलम छीनकर झाडू और बाल्टी थमा दी है। मासूम बेटियों से स्कूल में झाड़ू पोंछा कराया जारहा है। इसको लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक मधुसूदन कौशिक, शिक्षा मित्र प्रीति जैन और सहायक अध्यापिका मनीषा जैन सामने खड़ी हैं एक बच्ची के हाथों में फूल झाड़ू है जो वहां फर्श को सकेर रही है। क्लास रूम में शायद पहले वो झाड़ू लगा चुकी है, क्योंकि वीडियों में जहां वह झाडू लगाती हुई नजर आ रहा है, वहां बैकगाउंड में क्लास नजर आ रही है। जो खड़े होकर इस मासूम बच्ची से झाडू लगवा रहे हैं वो उसको यह भी बता रहे हैं कि झाडू ठीक से लगाए, पीछे कूडा कचरा रह गया है। बच्ची फिर से झाडू लगाती है।
गंदे कारपेट व गद्दों की धुलाई
इस बच्ची से भी ज्यादा शर्मसार करने वाले इसी स्कूल में दो बच्चों से ऑफिस के गंदे कारपेट व यूज किए हुए गद्दे पाइप लगाकर धुलाने की की गयी है। दरअसल स्कूल के ऑफिस में जहां प्रभारी प्रधानाचार्य बैठते हैं वहां कारपेट या कहें मोटी दरी पड़ी होती है, इस स्कूल में जब वह मोटी दरी व कारपेट गंद्दा हो गया तो उसको बजाए पैसे देकर बाहर धुलवाने के स्कूल के ही दो बच्चों से धुलवाया जा रहा है। इससे ज्यादा शर्मसार करने वाली कोई दूसरी घटना शायद नहीं हो सकती। यह वीडियो इस बात का पुख्ता सबूत है कि सरकारी स्कूलों में आने वाले बच्चों के साथ मोटी मोटी सेलरी लेने वाले टीचर व प्रभारी प्रधानाचार्य कितनी गिरी हुई हरकतें कर रहे हैं। बच्चों के हाथों से कलक कापी किताब छीनकर उन्हें झाडू पकड़ा दी गयी है। मानों वह स्कूल में यही काम सीखने के लिए आए हों।
ट्रेनिंग के बजाए प्रशिशुओं के संग डांस
शहर के उच्च प्राथमिक विद्यालय कृष्णपुरी नगर क्षेत्र मेरठ विद्यालय में कुछ प्रशिक्षुओं को ट्रेनिग के लिए भेजा गया था उन प्रशिक्षुओं को बजाए ट्रेनिक के लिए खुद शिक्षा मित्र ( प्रीति जैन) स्कूल की लाइब्रेरी में डांस करती नजर आ रही हैं। पंजाबी व हिन्दी फिल्मी गानों पर गजब के ठुमके लगाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं वह खुद तो डांस कर ही रही है उनके साथ वहां जितनी भी शिक्षा मित्र हैं वो भी डांस करती नजर आ रही हैं। वीडियो देखकर ऐसा लगा रहा है मानों वहां डांस प्रतियागिता चल रही हो। शिक्षा के नाम पर जब बच्चाें से स्कूल की बिल्डिंग में झाडू लगवायी जाएगी। गंदे काॅरपेट व यूज किए हुए गद्दे धुलवाए जाएंगे, ट्रेनिंग के लिए भेजी गई शिक्षा मित्रों को बजाए ट्रेनिक के फिल्मी गीतों पर उनको नचाया जाएगा तो फिर अंदाजा लगा लीजिए कि मेरठ मे इस प्रकार के स्कूलों में शिक्षा का स्तर किस कदर रसातल में पहुंचाने का काम किया जा रह है। शिक्षा मित्र जिसको स्कूल में बच्चों को पढाने की शिक्षा मिलती है जो कि खुद तो बच्चों की शिक्षा छोड़ उनका अहित कर रही है साथ ही प्रशिक्षण हेतु आए प्रशिक्षुओ को अपने साथ लगाकर बेसिक शिक्षा विभाग की व्यवस्था का मजाक बना रही है कदाचित यह किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु तो नहीं किया जा रहा।
माता पिता पर क्या बीतेगी

जिन मासूमों को शिक्षित बनने के लिए स्कूल भेजा जाता है उनके माता पिता व रिश्तेदारों को जब पता चलेगा की उनका बच्चा पढाई के बजाए स्कूल में झाडू लगाने, गंदे दरी गद्दे धोने का काम करता है तो जरा सोचिए उनके दिल पर क्या बीतेगी। वो तो शर्मसार हो जाएगी। किसी को मुंह तक दिखाने के काबिल तक नहीं रहेगे। बड़ा सवाल यह कि क्या इस प्रकार का कृत्य करने वाले स्कूल के स्टाफ के खिलाफ डीएम, सीडीओ व बीएसए सरीखे अफसर कोई कार्रवाई करेंगे या हर काम के लिए सीएम योगी का ही बताना होगा। प्रभारी प्रधानाचार्य मुधुसूदन कोशिक ने कहा है कि शासन के स्वच्छा को लेकर दिए गए आदेश के तहत ऐसा कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार का स्वच्छा अभियान पर जोर है। इसमें कुछ भी गलत नहीं।


प्रभारी प्राधानाचार्य बोले शासनादेश

स्कूल के प्रभारी प्रधानाचार्य मध्ुासूदन कोशिक का कहना है कि जो कुछ वीडियो में दिखाया है वह एक पक्ष है बच्चों के साथ टीचर भी स्वच्छता अभियान का हिस्सा हैं। टीचर भी साफ सफाई में उनक सहयोग करते हैं। इसके उन्होंने फोटो साक्ष्य भी दिखाए।
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